Friday, September 7, 2007

प्रेमी संग रोमांस कर वापस लौटी 'सावित्री'


पिछले सप्ताह अपनी प्रेमी के संग भागी 'सावित्री' आखिरकार अपने पर लौट आई है। सावित्री उस हथिनी का नाम है जो कुछ दिन पहले एक पश्चिम बंगाल के ओलम्पिक सर्कस के परिसर से निकल कर झारखंड के एक हाथी के साथ भाग गयी थी।

रायगंज के कुमारबाजार में ओलम्पिक सर्कस के टेंट से अपने प्रेमी हाथी के साथ फरार होने वाली २६ वर्षीया हथिनी सावित्री जंगल में रोमांस के बाद अब वापस लौट आई है। २९ अगस्त की रात्रि को यह प्रेम दीवानी हथिनी झारखंड के एक हाथी के साथ भाग गयी थी। एक सप्ताह तक हाथी के साथ मौज-मस्ती के बाद यह हथिनी वापस लौट आई है। सर्कस के कर्मचारियों ने इस हथिनी के वापस लौटने की उम्मीद छोड दी थी, लेकिन इस हथिनी ने वापस लौट कर अपनी वफादारी का परिचय दिया।

सर्कस के कर्मचारियों की खुशी का उस वक्त ठिकाना न रहा जब सावित्री को उन्होंने बुधवार की शाम अपने प्रेमी के साथ देखा। पिछले कुछ दिनों से वन विभाग की एक टीम इस प्रेमी जोडे पर नजर रख रही थी। जब इस टीम ने इस जोडे को देख कर शोर मचाया तो हथिनी का प्रेमी वहां से फरार हो गया। बांकुरा के एक संभागीय वन अधिकारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने बांकुरा के जंगल में एक तालाब के पास इस हथिनी को देखा था। हमारे कर्मचारियों ने हथिनी को चारों ओर से घेर लिया था। उसके प्रेमी को उसके समीप नहीं फटकने देने के लिए ढोल और शंख भी बजाए गए थे।

सावित्री के सामने उसके महावत कलीमुद्दीन शेख को लाया गया। सावित्री ने कलीमुद्दीन को पहचान लिया। इस महावत ने कहा कि मुझे मालूम था कि सावित्री अपने साथी से ऊब जाएगी और जल्द वापस हमारे पास लौट आएगी। उन्होंने कहा कि सावित्री कभी जंगल में रहने की आदी नहीं थी। वह कुछ ही दिनों में कमजोर हो गयी है। महावत के मुताबिक साबित्री सर्कस लौट कर खुश है क्योंकि पिछले २० वर्षों से वह इस सर्कस का हिस्सा रही है। सर्कस के कर्मचारी अपनी खुशी छिपा नहीं पा रहे हैं। कर्मचारियों ने कहा कि सावित्री इस सर्कस की बेटी की तरह है और मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में साबित्री दर्शकों की भीड खींचने लगेगी। वह मेरे सर्कस की स्टार रही है। वैसे, अब इस रोमांटिक हथिनी को पहले जितनी आजादी नहीं मिलेगी और उस पर कडी निगरानी रखी जाएगी। दूसरी हथिनियों पर निगरानी भी बढा दी गयी है।

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