Tuesday, August 28, 2007

मेरी लापता पत्नी को लाओ और एक लाख रुपये ले जाओ

'मेरी लापता पत्नी को लाओ और एक लाख रुपये ले जाओ' यह कहना है रेलवे इंजीनियर राजीव कुमार का. १५ दिन पहले यानी १५ अगस्त को जहां एक ओर भारत की स्वतंत्रता की ६० वी वर्षगांठ मनायी जा रही थी, वहीं दूसरी ओर इंजीनियर साहब ट्रेन में लापता हुई अपनी नयी नवेली पत्नी की तलाश में इधर-उधर भटक रहे थे.

घटना उस वक्त घटी जब राजीव और उनकी ३० वर्षीया पत्नी रानी सिंह पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुडी से पटना आ रही राजधानी एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे थे.रानी बांका के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुभाष चंद्र की पुत्री हैं. राजीव एवं रानी ने १४ अगस्त की रात कटिहार रेलवे स्टेशन पर खाना खाया था. इसके बाद वे दोनों ट्रेन में अलग अलग बर्थ पर सो गये. लेकिन जैसे ही सुबह ५ बजे राजीव की आंख खुली तो रानी को सीट पर नहीं पाया. राजीव ने मोकामा स्टेशन पर रेलवे पुलिस में इस बारे में एक कम्पलेंट दर्ज करायी. लेकिन पुलिस रानी को ढूंढ पाने में असफल रही. पत्नी के वियोग में टूट चुके राजीव ने पुलिस की असफलता के बाद विभिन्न स्टेशनों एवं महत्वपूर्ण स्थानों पर पोस्टर एवं बैनर चिपकाने शुरू कर दिये.

पुलिस के अलावा रानी की तलाश में रानी के भाई एवं अन्य संबंधी लगे हुए हैं. राजीव ने यह घोषणा की है कि जो व्यक्ति रानी के बारे में सूचना देगा, वे उसे १००,००० रुपये का इनाम देंगे.यह दंपती १० अगस्त को हनीमून मनाने के लिये दार्जीलिन्ग रवाना हुआ था. राजीव एवं रानी इसी वर्ष अप्रैल में परिणय सूत्र में बंधे थे, लेकिन कुछ ही महीने बाद राजीव को पत्नी विरह का सामना करना पड रहा है.

1 comment:

हरिराम said...

यदि गुमशुदा की फोटो इस आलेख में भी चिपका दें और राजीव जी का पता, फोन नं भी दे दें तो बेहतर होगा, ताकि यदि किसी पाठक की नजर में आए तो वे तत्काल उन्हें सूचित कर सकें।