Friday, September 28, 2007

महात्मा गांधी पर लिखी नयी पुस्तक तैयार



२ अक्टूबर को महात्मा गांधी का १३८वां जन्मदिवस है और इस अवसर पर गांधीजी पर लिखी नयी पुस्तक विमोचन के लिए तैयार है। इस पुस्तक का नाम है - 'महात्मा गांधी :इमेजेज आइडियाज फॉर नन-वॉयलेंस'। लंदन में बीबीसी के पूर्व पत्रकार विजय राणा ने इस पुस्तक को संपादित किया है। भारतीय मूल के राणा NRIfm.com के संपादक हैं।

२ अक्टूबर यानी गांधी जयंती के अवसर पर इस किताब का विमोचन किया जाएगा। इस किताब में महात्मा गांधी से जुडें तमाम चित्रों को भी शामिल किया गया है। गौरतलब है कि महात्मा गांधी के आदर्शों को लेकर न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में चर्चा होती रही है। भारत ही नहीं, विश्व के कई देशों में गांधीजी के अनुयायी बडी तादाद में मौजूद हैं. लोग उनके आदर्शों का पालन कर रहे हैं। इस किताब का लोकार्पण भारतीय उच्चायोग के इंडिया हाउस में होगा। इस किताब में गांधीजी के कई चित्रों, भित्तिचित्रों, पेंटिंगों आदि को शामिल किया गया हैं। इन चित्रों का महत्व यह है कि ये चित्र अपने आप में गांधीजी के आदर्शों को बयां करते हैं। ये चित्र अहिंसा, शांति, धार्मिक सौहार्द्, सामाजिक एकता, ग्रामीण विकास, आर्थिक उदारीकरण जैसे तमाम मुद्दों को बयां करते नजर आएंगे।

इस किताब में इस बात की भी व्याख्या की गयी है कि गांधी की पूजा पूरे विश्व में किस प्रकार होती है। दरअसल, गांधी की पूजा गांधी के विचारों के साथ होती है। इस किताब में शामिल चित्रों से यह स्पष्ट होता है कि किस प्रकार गांधी न केवल भारत में प्रेरणा के स्रोत हैं बल्कि वे विश्व के तमाम देशों में इसी प्रकार प्रेरणास्रोत बने हुए हैं।

इस किताब में गांधी के साथ साथ नेल्सन मंडेला के भी चित्र हैं। गौरतलब है कि मंडेला ने भी गांधी के आदर्शों को मान कर संघर्ष किया था। इस किताब में आयरलैंड की ब्लैक वैली के भी कुछ चित्र शामिल हैं। दरअसल, वहां एक स्मारक पर गांधीजी के कुछ शब्द लिखे हुए हैं। यह स्मारक ग्रेट आयरिश में आए अकाल में भूख से मारे गए लाखों लोगों की याद में स्थापित किया गया था। इसी प्रकार अलग अलग जगहों पर गांधी जी के आदर्शों वाले पत्थरों या पोस्टरों को चित्र के द्वारा यहां रखा गया है। विजय राणा को इस किताब को तैयार करने में तीन साल लग गए। राणा ने विश्व के अलग अलग हिस्सों से चित्र और अन्य सामग्री इकट्ठी की हैं।

1 comment:

Shastri JC Philip said...

मैं पुस्तक समीक्षा हमेशा काफी ध्यान से पढता हू. इस समीक्षा के लिए आभार. किताब खरीदने का मन हो गया है -- शास्त्री जे सी फिलिप

आज का विचार: जिस देश में नायको के लिये उपयुक्त आदर खलनायकों को दिया जाता है,
अंत में उस देश का राज एवं नियंत्रण भी खलनायक ही करेंगे !!